Thursday, September 17, 2020

...बेबस सावन!

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हवाओं को देख के आँधियों का वो मौसम याद आता है,
बरसता रहता है यह सावन,
फिर भी जो कभी ना बरसा वो बेबस सावन याद आता है!
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17 September 2012

Monday, September 14, 2020

...फ़तह सतह!

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जीतने को ज़रूरी, वो सभी हमने जोड़ी,
सोचा तो था हर क़िला कर लेंगे फ़तह,
थोड़ी थी मगरूरी, वो भी वक्त ने तोड़ी,
डूबते जाते है, झटपटाते पाने को सतह!
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Sunday, September 13, 2020

...ज़ाहिर माहिर!

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जो भी दिल-ओ-दिमाग़ मे आए बस यूँ ही ज़ाहिर कर दीजिए,
दीन-ओ-दुनिया की समझ से काफिरों को माहिर कर दीजिए!
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Thursday, September 10, 2020

...अधूरा सवाब!

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चलो मन्दिरों मज़ारों का हिसाब रख भी लो,
जो पहुँचे गुजरे है उनकी किताब रख भी लो,
गद्दीनशीं बने बैठे यूँ झूठा रुबाब रख भी लो,
रब को ना मानो तो अधूरा सवाब रख भी लो!
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Sunday, September 6, 2020

...सोहबत नहीं!

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इंतेज़ार किया, पर तुम्हारी सोहबत नहीं आती,
जीते जी आ जाते, जाने की नौबत नहीं आती!
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~ ~ ~ the seeker is sought ~ ~

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