Thursday, June 8, 2023

…हसरतें रफ़ू!

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जो हसरतें मुसलसल मुकम्मल हो,

इन्हें कौन सा जामा पहनाऊँ?

हर हसरत कतरन हुई बिखरी,

कितना समेटूँ, कितना रफ़ू करवाऊँ!

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~ ~ ~ the seeker is sought ~ ~

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