~ ~ ~
नाकामियों की नींव पर ही तो कामयाबियों के मुक़ाम बनते हैं,
चलते हैं दौड़ते हैं गिरते हैं संभलते हैं उठते हैं फिर भी चलते हैं,
कमबख़्त ज़िद्दी ही सही ‘या रब’,
यही हमारी फ़ितरत है, हम यही तो करते हैं!
~ ~ ~
§
Journey is the destination!
Keep walking!