'या रब'
~ ~ ~ शेर-ओ-शायरी ~ ~ ~
Monday, December 31, 2018
...बिलकुल नहीं!
~ ~ ~
ना उसके साथ रह पाता हूँ,
उससे बिछड़ के तो बिलकुल भी नहीं,
ना उसके हाथ ही आता हूँ,
उसे अपने हाथ तो बिलकुल भी नहीं,
ना चाह के कुछ कर पाता हूँ,
उसे ना चाहूँ यूँ तो बिलकुल भी नहीं!
~ ~ ~
§
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
sagaciouslyours
~ ~ ~ the seeker is sought ~ ~
View my complete profile
Followers
Subscribe
Posts
Atom
Posts
Comments
Atom
Comments
No comments:
Post a Comment