'या रब'
~ ~ ~ शेर-ओ-शायरी ~ ~ ~
Thursday, October 31, 2019
...बदगुमानी बदमिज़ाजी!
~ ~ ~
बदगुमानी से बदमिज़ाजी के सफ़र पर,
दिल-ओ-दिमाग़ सख़्त होता जा रहा है,
ज़िंदगी ग़ुस्ताख़ तल्खियों के भँवर पर,
परेशान हैं की वक़्त निकला जा रहा है!
~ ~ ~
§
Monday, October 28, 2019
...बेख़बर होता!
~ ~ ~
है जो मेरी खबर कुछ उसको भी,
यूँही मैं ख़ुद से बेख़बर नहीं होता,
है वो मेरा मुंसिफ़ मेरा हाफ़िज़ भी,
यूँही मैं ख़ुद से बेख़बर नहीं सोता!
~ ~ ~
§
Newer Posts
Older Posts
Home
Subscribe to:
Posts (Atom)
sagaciouslyours
~ ~ ~ the seeker is sought ~ ~
View my complete profile
Followers
Subscribe
Posts
Atom
Posts
All Comments
Atom
All Comments