Sunday, January 19, 2025

रहम-ओ-करम!

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एक ज़ीस्त-ए-रहम जीना,

और भरम का बढ़ते जाना,

एक इबादत मे सर झुकाना,

और करम का बढ़ते जाना!

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ज़ीस्त: existence

भरम: trust

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~ ~ ~ the seeker is sought ~ ~

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