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मुझको मेरी सी ही ज़िंदगी चाहिए,
मेरी ही ख्वाहिशें और मेरी ही जद्दोजहद,
मेरी ही हसरते और मेरा ही वजूद चाहिए,
तुझसी ना अक्ल ना तौर तरीक़े मेरे,
मुझे ना तेरी तरकीब और सलीके चाहिए,
मुझको जो मेरे लिए सोची उसने,
मुझको जो मेरे लिए लिखी उसने,
वही आम सी बेनाम सी ज़िंदगी चाहिए,
मुझको मेरी सी ही ज़िंदगी चाहिए!
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