Wednesday, August 9, 2017

...याद फ़रियाद!

~ ~ ~
कुछ अनदेखे से ख़्वाब हैं,
कुछ अनकहे से जवाब हैं,
कुछ अनपूछे से सवाल हैं,
कुछ अनझेले से बवाल हैं,
ज़िंदगी अनकही फ़रियाद है,
ज़िंदगी तेरी याद थी,
ज़िंदगी तेरी याद है!
~ ~ ~
§

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~ ~ ~ the seeker is sought ~ ~

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